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PRADHAN MANTRI AWAAS YOJANA-GRAMIN प्रत्‍येक व्‍यक्ति देख सकता है गॉव मे स्‍वीकृत आवास की स्थिति‍

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PRADHAN MANTRI AWAAS YOJANA-GRAMIN प्रत्‍येक व्‍यक्ति देख सकता है गॉव मे स्‍वीकृत आवास की स्थिति‍  ग्रामीण विकास मंत्रालय प्रधान मंत्री आवास योजना-ग्रामीण MINISTRY OF RURAL DEVELOPMENT PRADHAN MANTRI AWAAS YOJANA-GRAMIN https://awaassoft.nic.in/netiay/Benificiary.aspx इस link / से किसी भी आवास हितग्राही का details / डिटेल्‍स निकाल सकते है इससे आपको उसके बारे मे पूरी जानकारी मिल जायेगी ।  stakeholders मे क्लिक करना है इसके पश्‍चात आपको नीचे IAY/PMAYG Beneficiary दिखाई देगा इसमे क्लिक करना है ।   इस प्रकार का पेज ओपन होने पर आप अपने आवास का आईडी submit / डालकर पूरी जानकारी ले सकते है ।  उदाहरण के लिये जेसे ये आईडी दर्ज की गई है ओर submit/ सबमिट को ok/ओके करे ।  इस प्रकार का आपको दिखाई देखा आप मोबाईल / लेपटॉप / Computer किसी से भी यह जानकारी निकाल सकते है । 

Class 5

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1-  महत्वपूर्ण सूचना  कल दिनांक 11/7/2025 दिन शुक्रवार को कक्षा पांचवीं के अभिभावकों के लिए एक अतिअनिवार्य मीटिंग रखी गई है। इस मीटिंग में सभी अभिभावकों की 100% उपस्थिति आवश्यक है । कक्षा पांचवीं में पास/फेल से संबंधित पॉलिसी में हुए बदलाव की समस्त जानकारी देने हेतु यह मीटिंग हो रही है इसलिए समय पर उपस्थित होने की कृपा करें। समय 7:30 बजे प्रात: से 8:00 बजे तक  स्थान रिसोर्स रूम  आदेशानुसार प्राचार्य  पी एम श्री के वि मंडला 2- एक पेड़ माँ के नाम 2.0 अभियान*  सभी छात्र इस आंदोलन में शामिल हो सकते हैं  अपना विवरण और माँ और पौधे/पौधे के साथ फोटोग्राफ अपलोड करें  पौधे का नाम, छात्र का नाम और माता का नाम तथा रोपण की तिथि हार्ड बोर्ड पर चिपकाई गई बच्चे अपनी माँ के साथ अपनी फोटो अपलोड करें शिक्षा मंत्रालय से अपना प्रशंसा प्रमाणपत्र डाउनलोड करें  प्रमाणपत्र अपलोड करना और प्राप्त करना बहुत आसान है  धन्यवाद 🙏🙏 बच्चों, निम्नलिखित लिंक में चित्र अपलोड करने और पुष्टि के लिए मुझे चित्र भेजने के लिए। https://ecoclubs.education.gov.in यूज़ कोड 2342010...

kanci

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# खस एक बारहमासी कम  सिंचित जमीन  पर  उगने वाली  घास है । प्राचीन  काल  में बंजर  भूमि  और   खेतों  की  मेंड़  और  बंधों  मे  लगायी  जाती  थी।  एक बार  लगा  देने  के बाद  सालों साल उगती  रहती  थी। जिसकी अब खेती इत्र में इस्तेमाल होने वाले व्यावसायिक रूप से महत्वपूर्ण आवश्यक तेल के उत्पादन के लिए की जाती है। खस में सुगंधित  तेल इसकी जडों  में  होता है।  ऊपर  की  हरी  घास  सूख जाने पर जमीन अंदर  जड़ें  सुरक्षित  रहती  है।  इन्ही  से  आसवन  विधि से  सुगंधित  तेल  निकाला  जाता  है।  खस में ठंडक देने वाले गुण होते हैं और इसका उपयोग गर्मियों के दौरान शर्बत या स्वादिष्ट पेय तैयार करने के लिए किया जाता है। यह जड़ी बूटी ओमेगा फैटी एसिड, विटामिन, प्रोटीन, खनिज और आहार फाइबर का एक अच्छा स्रोत है। आयुर्वेद में ये माना जाता है कि शरीर में पित्त की मात्रा अधिक हो जाने क...
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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा  मनाई गई बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती दिनांक 14 अप्रेल 2025  मंडला। जिले के बस स्टैंड स्थित समर्पण भवन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मंडला द्वारा संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती बड़े ही श्रद्धा और गरिमा के साथ मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत बाबा साहेब के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन करते हुए हुई। इसके पश्चात मंच पर उपस्थित अतिथियों एवं वक्ताओं द्वारा उनके विचारों, सामाजिक योगदान और संविधान निर्माण में निभाई गई भूमिका पर प्रकाश डाला गया। मंच पर मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जिला मंडला के माननीय जिला संघचालक  श्रीमान हीरानंद चन्द्रवंशी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री शरद मेश्राम, मंडला जिला अस्पताल  में कार्यरत, संभागीय अध्यक्ष स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने की। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में श्री राजेश मंडाले, अजाक्स संघ के जिला अध्यक्ष एवं बुद्धिष्ट सोसाइटी मंडला के अध्यक्ष शामिल हुए। मंच संचालन एवं आभार प्रदर्शन श्री दीपचंद नंदा, जिला प्रचार प्रमुख, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मंडला...

RSS की स्थापना भारत की आजादी से पहले 1925 में हुई देश में हिन्दू तब भी थे

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RSS की स्थापना भारत की आजादी से पहले 1925 में हुई देश में हिन्दू तब भी थे लेकिन वो RSS के साथ नहीं, महात्मा गाँधी के साथ चले।इस साथ के बदले गाँधी ने हिंदुओं की जमीन काट कर मुसलमानों को दे दी, वो जमीन जो हज़ारों साल से हिंदुओं की थी।क्षणिक आवेश के बाद शांत हुआ देश का हिन्दू तब भी गोडसे के साथ नहीं गया, नेहरू के साथ गया। चार दशक बाद,1980 में भाजपा बनी लेकिन देश का हिन्दू तब भी भाजपा के साथ नही था, इंदिरा के साथ था, राजीव के साथ था। तब संसद भवन/ राष्ट्रपति भवन में रोजा इफ्तार  होता था,हिन्दू ने कोई ऐतराज नहीं किया।हिन्दू तो अपने घर में माता को चूनर चढ़ा कर खुश था। हज के लिए सब्सिडी दी जा रही थी, हिन्दू तब अमरनाथ वैष्णो देवी की यात्रा में आतंकियों की गोली खा कर भी खुश था।ट्रेनों में, पार्कों में, बसों में, सड़कों को घेर कर नमाज होती थी। बेचारा हिन्दू खुद को बचा के कच्ची पगडंडी से घर-ऑफिस निकल जाता था।  ( दिल्ली में CAA,NRC के विरोध में महीनों धरना चला, हिन्दू १५-२० किमी चक्कर लगाकर घर आफिस जाता था लेकिन फ्री के चक्कर में केजरीवाल को जिताया। भीषण  दंगों का दंश झेला पूरे देश मे व...

Nrega work Search

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रामदाना के फायदे

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रामदाना : अंतरिक्ष तक यात्रा कर चुके इस गुणकारी अनाज से अनजान हैं पृथ्वी के ज्यादातर लोग! आवाज_एक_पहल 3 अक्टूबर, 1985 को अपनी पहली यात्रा करने वाले स्पेस शटल अटलांटिस में रामदाना भेजा गया था। चालक दल के सदस्यों ने अंतरिक्ष में रामदाना को अंकुरित करने का एक्सपेरिमेंट किया और नासा के शेफ ने मिशन के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों के खाने के लिए रामदाना की कुकीज़ तैयार की थी।  हालांकि जो रामदाना अंतरिक्ष की सैर कर चुका है उसके बारे में पृथ्वी पर कम ही लोग जानते होंगे। अब तो भूले-बिसरे ही याद आता है हमें रामदाना. उपवास के लिए लोग इसके लड्डू और पट्टी खोजते हैं. पहले इसकी खेती का भी खूब प्रचलन था. मंडुवे यानी कोदों के खेतों के बीच-बीच में चटख लाल, सिंदूरी और भूरे रंग के चपटे, मोटे गुच्छे जैसे दिखने वाली फसल चुआ (चौलाई) होती थी जिसके पके हुए बीज रामदाना कहलाते हैं. जब पौधे छोटे होते थे तो वे चौलाई के रूप में हरी सब्जी के काम आते थे. तब पहाड़ों में मंडुवे की फसल के साथ चौलाई उगाने का आम रिवाज था. यह तो शहर आकर पता लगा कि रामदाना के लड्डू और मीठी पट्टी बनती है. पहाड़ में रामदाना के बीजों को भून कर...