जन कल्याण
जन कल्याण
दुनिया के समस्त लोगों को सद्ज्ञान प्रदान कर उन्हें मुक्ति एवं मोक्ष के मार्ग पर
चलने के लिये प्रेरित करना । इस लोक में सफल जीवन जीने की कला का ज्ञान प्राप्त कर
उस लोक (परमात्मा) के लिए भी ऊर्जा का संग्रह करें एवं परमधाम को प्राप्त करें। इसके
लिए सर्व धर्म की स्थापना कर मानव मूल्यों के विकास हेतु दुनियॉ में व्याप्त समस्त
बुराईयों को समाप्त करना, मानव मस्तिष्क के समस्त विकारों को समाप्त करना, नकारात्मक
ऊर्जा को समाप्त कर सकारात्मक सोच व ऊर्जा लाना, प्रकृति (पर्यावरण) को विकार (प्रदूषण)
मुक्त करना तथा प्रत्येक मानव का सर्वांगीण विकास करना ।
जब दुनिया के प्रत्येक मानव अपने आप को पहचानेंगे, सत्य एवं ईष्वर के राह पर चलेंगे तो वह दिन दूर नहीं जब इस कलयुग में ही अपने आप सतयुग स्थापित हो जायेगा ।
धर्म-सम्प्रदाय, जाति-वर्ग, छुआ-छूत, ऊंच-नीच, छोटा-बड़ा, देश-विदेश, की भावना को समाप्त कर मानव धर्म, की स्थापना करना ।
जब दुनिया के प्रत्येक मानव अपने आप को पहचानेंगे, सत्य एवं ईष्वर के राह पर चलेंगे तो वह दिन दूर नहीं जब इस कलयुग में ही अपने आप सतयुग स्थापित हो जायेगा ।
धर्म-सम्प्रदाय, जाति-वर्ग, छुआ-छूत, ऊंच-नीच, छोटा-बड़ा, देश-विदेश, की भावना को समाप्त कर मानव धर्म, की स्थापना करना ।
सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामयाः।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु, मां कश्चित दुखः भाग भवेत् ।।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु, मां कश्चित दुखः भाग भवेत् ।।
Super
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