दीवान टोडर मल
ये दिवान #टोडर_मल_जी की हवेली है जिन्होंने 78,000 मोहरें बिछाकर गुरुगोविंद सिंह जी के साहबजादों और माता गुजरी देवी जी के संस्कार के लिए 4 गज जगह खरीदी थी..
मुगल के क्रूर राजा ने मां गुजरी और बच्चों के संस्कार के लिए जमीन देने से मना कर दिया था तब टोडरमल जी सामने आए उन्होंने मुगल क्रूर राजा को कहा राजा ने जमीन की कीमत भागी थी सोने की मोहरों से जितनी जमीन नापी जा सके उस समय टोडरमल ने अंतिम संस्कार के लिए सोने की मोहरे बिठाकर संस्कार हो सके इतनी जमीन है खरीदकर संस्कार किया
इतने क्रूर अत्याचार करके जो इस्लाम पनपा उसमें मानवता किस कोने में ढूंड रहे हो
और आज ये आलम है कि खुद दिवान टोडरमल जी की हवेली को देखने वाला कोई नही........
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