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मार्च, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

संगत का फल

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एक भंवरे की मित्रता एक गोबरी (गोबर में रहने वाले) कीड़े से थी ! एक दिन कीड़े ने भंवरे से कहा- भाई तुम मेरे सबसे अच्छे मित्र हो, इसलिये मेरे यहाँ भोजन पर आओ।भंवरा कीड़े के यंहा भोजन करने पहुँचा! बाद में भंवरा सोच में पड़ गया- कि मैंने बुरे का संग किया इसलिये मुझे गोबर खाना पड़ा! अब भंवरे ने कीड़े को अपने यहां आने का निमंत्रन दिया कि तुम कल मेरे यहाँ आओ! अगले दिन कीड़ा भंवरे के यहाँ पहुँचा! भंवरे ने कीड़े को उठा कर गुलाब के फूल में बिठा दिया! कीड़े ने पराग रस पिया! मित्र का धन्यवाद कर ही रहा था कि पास के मंदिर का पुजारी आया और फूल तोड़ कर ले गया और बिहारी जी के चरणों में चढा दिया! कीड़े को ठाकुर जी के दर्शन हुये! चरणों में बैठने का सौभाग्य भी मिला! संध्या में पुजारी ने सारे फूल इक्कठा किये और गंगा जी में छोड़ दिए! कीड़ा अपने भाग्य पर हैरान था! इतने में भंवरा उड़ता हुआ कीड़े के पास आया, पूछा-मित्र! क्या हाल है?कीड़े ने कहा-भाई! जन्म-जन्म के पापों से मुक्ति हो गयी! ये सब अच्छी संगत का फल है!    संगत से गुण ऊपजे, संगत से गुण जाए।    लोहा लगा जहाज में ,  पानी में उतराय।। कोई भी नही ...

भगवा ध्वज

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भगवा ध्वज राष्ट्रजीवन में ध्वज का स्थान :- स्फूर्ति केंद्र,एकता तथा दृढ़ता के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्थान ध्वज का है। विजय चिन्ह विजिगीषु मनोवृति का प्रतिक। यश,सफलता और सम्मान का प्रतिक। ध्वज का निर्माण कैसे होता है। ध्वज अनायास ही नहीं बनते। उसके पीछे होता है राष्ट्र का इतिहास,परम्परा तथा जीवन दृष्टि।अनेक आधुनिक राष्ट्रों के ध्वजों के पीछे केवल राजनीतिक घटनाएं हैं। क्योंकि वह सभी देश( राष्ट्र )नये बने हैं,परन्तु अपना प्राचीन राष्ट्र है,इसी कारण प्राचीन ध्वज "भगवा-ध्वज" ही राष्ट्र का परम्परागत पुरातन ध्वज है। भगवा ध्वज पुरातन ध्वज । वेदों में, "अरुणः सन्तु केतवाः" का वर्णन उसके हल्दी जैसे रंग का वर्णन आता है। आदिकाल से जनमेजय तक सभी चक्रवर्ती राजाओं ,सम्राटों,महाराजाओं ,धर्मगुरुओं ,अवतारों और सेनानायकों का ध्वज यही था । जैसे रघु,राम,अर्जुन,चन्द्रगुप्त,शंकरादि, विक्रमादित्य,चन्द्रगुप्त मौर्य, स्कन्दगुप्त,यशोधर्मा,हर्षवर्धन,पृथ्वीराज,महाराणा प्रताप,शिवाजी,गुरुगोबिंद आदि सभी ने इसी ध्वज की रक्षा के लिए संघर्ष किये । भगवा रंग का महत्व। भगवा रंग त्याग, ज्ञान, पव...

वकालत किसे कहते है ?

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*वकालत !! कॉलेज स्टूडेंट ग्रुप ने एक वकील साहब से पूछा :: *"सर 'वकालत' का क्या अर्थ है ?"* वकील साहब ने कहा ::  *"इसके लिये एक उदाहरण प्रस्तुत करता हूँ !* *"मान लो कि, दो व्यक्ति मेरे पास आते हैं एक बिल्कुल साफ सुथरा और दूसरा बेहद गंदा होता है। मैं उन दोनों को सलाह देता हूँ कि वे नहा कर साफ सुथरा हो जाएं।* *अब तुम लोग बताओ कि, उनमें से कौन नहाएगा??"* एक स्टूडेंट ने कहा : *"जो गंदा है वो नहाएगा।"* वकील ने कहा : *"नहीं, बल्कि साफ व्यक्ति ऐसा करेगा, क्योंकि उसे नहाने की आदत है जबकि गंदे को सफाई का महत्व मालूम ही नहीं।* *वकील:: अब बताओ कौन नहाएगा ??"* दूसरे स्टूडेंट ने कहा : *"साफ व्यक्ति।"* वकील ने कहा : *"नहीं, बल्कि गंदा व्यक्ति नहाएगा क्योंकि उसे ही सफाई की जरूरत है।* *अब बताओ कौन नहाएगा ??"* दो स्टूडेंट ने कहा : *"जो गंदा है वो नहाएगा।"* वकील ने कहा : *"नहीं, बल्कि दोनों नहाएंगे क्योंकि साफ व्यक्ति को नहाने की आदत है जबकि गंदे को नहाने की जरूरत।* *अब बताएं कौन नहाएगा ??"* अब तीन स्...

🥔मूंगफली :जानिये भिगोई हुई मूंगफली के चमत्कारी फायदे_🌭

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*_🥔मूंगफली :जानिये भिगोई हुई मूंगफली के चमत्कारी फायदे_🌭* *मूंगफली पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है जो शारीरिक विकास के लिए बहुत जरूरी है। ऐसे में अगर आप किसी भी कारण से दूध नहीं पी पाते हैं तो यकीन मानिए मूंगफली का सेवन इसका एक बेहतर विकल्प है।* *मूंगफली स्वाद में तो बेहतरीन होती ही है लेकिन कम लोगों को ही पता होगा कि ये स्वास्थ्य के कितनी फायदेमंद है।*   *अक्सर लोग इसे स्वाद के लिए ही खाते हैं पर यकीन मानिए इससे होने वाले फायदे जानकर आप भी चौंक जाएंगे।* *मूंगफली भिगोकर ही क्यों खाये* मूंगफली सेहत के लिए रामबाण है .दरअसल यह वनस्पतिक प्रोटीन का एक सस्ता स्रोत हैं। *हेल्थ रिसर्च में ये बात सामने आ चुकी है कि दूध और अंडे से कई गुना ज्यादा प्रोटीन होता है मूंगफली में ।*  *इसके अलावा यह आयरन, नियासिन, फोलेट, कैल्शियम और जिंक का अच्छा स्रोत हैं। थोड़े से मूंगफली के दानों में 426 कैलोरीज, 5 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 17 ग्राम प्रोटीन और 35 ग्राम वसा होती है।*  *इसमें विटामिन ई, के और बी6 भी भरपूर मात्रा में पाए जाते है। साथ ही स्वास्थ्य विशेषज्ञों क...