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मात्र 1770 रुपये लगाकर आप भी कमा सकते है प्रति दिन का 1000 से 10000 रुपए जी हां मात्र 1770 रुपये से फ्रेंचाइसी लेकर इनकम ओर फ्रेंचाइसी देकर भी इनकम

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मात्र 1770 रुपये लगाकर आप भी कमा सकते है प्रति दिन का 1000 से 10000 रुपए जी हां मात्र 1770 रुपये से फ्रेंचाइसी लेकर इनकम ओर फ्रेंचाइसी देकर भी इनकम  *◆कोई प्रोड्क्ट बेचने की जरूरत नही* *◆ कोई प्रोड्क्ट खरीदने का बंधन नहीं* *◆ घर -घर जाकर प्लान करने की जरूरत नही* *◆डिजिटल ऑनलाइन सेमिनार व ट्रेनिंग* *◆ तुरंत बैंक ट्रांसफर* (Daily Payout) Minimum 500 Rs *◆मोबाइल रिचार्ज , डेटा कार्ड रिचार्ज , डी टी एच् रिचार्ज , मोबाइल बिल , बिजली बिल , जनरल इंश्योरेंस , लाइफ इंश्योरेंस , बस टिकिट , हवाई टिकिट , उपरोक्त सेवाओं का प्रयोग Nexmoney app से कर आप पैसे भी कमा सकते है ।* _*Nexmoney के माध्यम से Amazon Flipcart से Shopping करो और पाऔ Income*._ *Nexmoney आपको Award, Reward, Recognition, National/International* *Tours...... आदि और भी बहुत कुछ... देता है। _*रेफरल Income 178 करोड़*_ 100 % Success = 178 करोड़। 10 % Success = 17.8 करोड़ 1 % Success = 1.78 करोड Note - *Nexmoney Business में वो पावर हैं जिसमे आप 99.99℅ फेल भी होते तो भी घाटे में नही रहोगे, आपकी कोई लाइबिलिटी ...

अजगर दादर (अजगरों की बस्‍ती) ग्राम ककैया, तह.ब‍िछिया, जिला मंडला (मध्‍यप्रदेश) |Ajgar dadar village kakaiya, bichhiya, Dist-mandla (MadhyaPradesh)

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  अजगर दादर (अजगरों की बस्‍ती) ग्राम ककैया, तह.ब‍िछिया, जिला मंडला  | Ajgar dadar village kakaiya, bichhiya, Dist-mandla Ajgar dadar m andla :-             मंडला से लगभग 20 से 25 किलोमीटर की दूरी पर जो कि मण्‍डला से लगभग 30 से 35 मिनट का रास्‍ता है एवं कान्‍हा  राष्ट्रीय उद्यान जाने से पहले बम्‍हनी से लगभग 10 से 12 किलोमीटर लगभग 20 से 25 मिनट   का रास्‍ता है  जो कि आप गूगल मैप से भी देख कर जा सकते है  यंहा होता है अजगरों का झुण्‍ड , ठंड का मौसम आते ही यह धूप लेने निकल पडते है जमीन के उपर यह स्‍थानइनकी वंश वृद्धि में सहायक , इन्हें देखने दूर दूर से आते हैं सैलानी ।            कान्हा के बफर जॉन से लगे अंजनिया वन परिछेत्र के ग्राम ककैया का  ” अजगर दादर ” ( Ajgar dadar )  आकर्षण का केंद्र बना हुआ है ।   दुनिया मैं जिले का नाम राष्ट्रीय उद्यान कान्हा एवं मॉ नर्मदा के कारण  प्रसिद्द  है  आज भी वन्य प्राणी प्रेमियों व् देश विदेश से पर्यटकों के लिए आकर्षण का के...

जिंदगी के इस समर में, कब मिलेगी जीत मुझको।

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काल की यह चाल देखो ,ले चली विपरीत मुझको।  जिंदगी के इस समर में,कब मिलेगी जीत मुझको।  संसार में सुख बांटने का, यत्न में करता रहा हूं । घूंट पीकर दर्द के भी, मैं सदा हंसता रहा हूं।  किंतु फिर भी इस जगत में,शून्य हैं अस्तित्व मेरा।  आज विधि की मान्यताएं,लग रही अनरीत मुझको । जिंदगी के इस समर में,कब मिलेगी जीत मुझको।  एक पग आगे बढा़ तो,आंख में सब की चढा मै।  कल तलक था भीड़ में,पर आज तो तनहा खड़ा मैं।  चांद को पाने का सपना, रह गया जिनका अधूरा। देखकर संकल्प मेरा,कर रहे भयभीत मुझको। जिंदगी के इस समर में, कब मिलेगी जीत मुझको।  एक कोने में दबी है,कामना सहमी बेचारी।  मिट चुकी है आज शायद, हाथ की रेखाएं सारी।  जिंदगी की राहों में, मैं दुख समेटे चल रहा हूं । टूटता है मन सृजन के, मत सुनाओ गीत मुझको।  जिंदगी के इस समर में, कब मिलेगी जीत मुझको।