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खादी प्राकृतिक पेंट

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नयी दिल्ली।  हाल ही में केंद्रीय एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने खादी प्राकृतिक पेंट लॉन्च किया था, जो गाय से गोबर से तैयार किया गया है। खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) द्वारा डेवलप किए गए इस पेंट के लिए दावा किया जा रहा है ये नॉन-टॉक्सिक होने के साथ-साथ एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल है। इस पेंट को ईको फ्रेंडली भी बताया जा रहा है। अच्छी बात ये है कि यही पेंट आप भी बनाना सीख सकते हैं और अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं। एमएसएमई मंत्रालय देश के हर गांव में गोबर से बने पेंट की फैक्ट्री खोलने की योजना पर काम कर रहा है। ये प्लान नितिन गडकरी का है। अगर ऐसा हुआ तो ग्रामीण इलाकों में रोजगार बढ़ेगा और गांव के लोगों का शहरों की तरफ पलायन रुके । गोबर से बने इस प्राकृतिक पेंट के लॉन्च होने के बाद से इसकी मांग काफी तेजी से बढ़ती दिख रही है। ज्यादा से ज्यादा लोग इसे बनाने की ट्रेनिंग चाहते हैं। इस समय जयपुर में ट्रेनिंग की व्यवस्था की गयी है। सरकार के पास आवेदन बहुत ज्यादा है। सभी आवेदकों को ट्रेनिंग भी नहीं मिल पा रही है। टीवी9 भारतवर्ष की रिपोर्ट के अनुसार अभी 350 आवेदक वेटिंग लिस्ट में हैं। कितन...

नर्मदा जयंती पर विशेष - MAA NARMADA KATHA

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नर्मदा जयंती पर विशेष -   MAA NARMADA KATHA  जो पुण्य गंगा नदी मॆ नहाने से मिलता है वही पुण्य मा नर्मदा को देखने से मिल जाता है। मां नर्मदा का कंकर कंकर शंकर है, इससे ज्यादा क्या महिमा कही जा सकती है किसी नदी की, मां नर्मदा के किसी भी पत्थर जो शिवलिंग नुमा हो उसको प्राण प्रतिष्ठित करने की आवश्यकता नही है, उसमे भगवान शिव विद्यमान हैं। उसकी सीधे ही पूजा प्रारम्भ कर सकते है। भगवान शिव की कृपा के लिये सारे संन्यासी मां नर्मदा के पास डेरा जमाते हैं और अपने प्राण भी यहीं त्यागते है, विश्व मॆ यही एक ऐसी नदी है जिसकी परिक्रमा की जाती है।   मां नर्मदा का अवतरण माघ मास को सबसे पवित्र मास माना जाता है। इस माह को देवताओं का ब्रम्हा मुहूर्त कहते है, इस समय किये गये दान पुण्य का विशेष महत्व होता है, इसी माघशुक्ल सप्तमी को भगवान शिव के पसीने से मां नर्मदा एक 12 वर्ष की कन्या के रूप मॆ प्रकट हुईं। इसी लिये इस दिन को मां नर्मदा का अवतरण दिवस माना जाता है। जन्म से ही दिव्य आशीर्वाद से सम्पन्न भगवान शिव के अंश दिव्य शक्तियों से ओतप्रोत रहते है चाहे व...

समर्पण - श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण हेतु समर्पण - शिशु अदम्य चौरसिया जी उम्र 6 वर्ष द्वारा गुल्लक तोड़कर किया गया समर्पण

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समर्पण - श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण - राष्ट्रीय स्वाभिमान की पुनर्प्रतिष्ठा में आज दिनांक 04 फरवरी 2021 को इंद्रिरा जी वार्ड क्रमांक 2 में एक छोटे से बच्चे जिसका नाम अदम्य चौरसिया, उम्र मात्र 6 वर्ष द्वारा अपने स्वप्रेरणा से श्रीराम मंदिर निर्माण हेतु अपने संग्रह किये हुए गुल्लक को तोड़कर 520 रुपये धन राशि इखट्टा किये थे समर्पित किये है। आप स्व.श्री रूपेश चौरसिया जी के सुपुत्र है इसमें इनकी बहन आर्याश्री. भाई अग्रिम चौरसिया ओर चाचा श्री जितेंद्र चौरसिया जी की प्ररेणा एवं सहयोग से हुआ है एक ओर जानकारी है कि अदम्य जी के माता एवं पिता दोनों नही है उनका लालन पालन चाचा जी जितेंद्र चौरसिया के द्वारा किया जाता है ।