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मई, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

पर्यावरण संरक्षक

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अस्तित्व : देश में पर्यावरण की सेहत (पर्यावरण रिपोर्ट-2018)संदर्भ एवं पृष्ठभूमि

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[5/29, 7:29 PM] +91 89896 49982: (टीम दृष्टि इनपुट) अस्तित्व : देश में पर्यावरण की सेहत (पर्यावरण रिपोर्ट-2018) संदर्भ एवं पृष्ठभूमि विश्व के अन्य देशों की तरह भारत में भी पर्यावरण की स्थिति को लेकर समय-समय पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टें प्रकाशित होती रहती हैं, जिनमें देश की पर्यावरणीय सेहत की जानकारी दी जाती है। इन रिपोर्टों से पता चलता है कि पर्यावरण के प्रति हमारी सजगता का स्तर क्या है। ऐसी ही एक रिपोर्ट है The State of India's Environment, जिसे सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट (CSE) और डाउन टू अर्थ द्वारा संयुक्त रूप से वार्षिक रूप से प्रकाशित किया जाता है। यह रिपोर्ट पर्यावरण का आकलन कर भविष्य का खाका सामने लाने का काम करती है। वायु प्रदूषण, ठोस कचरे का प्रबंधन, पानी की किल्लत, गिरता भूजल स्तर, जल प्रदूषण, संरक्षण, वनों की गुणवत्ता और संरक्षण की कमी, जैव विविधता के नुकसान और भूमि/मृदा क्षरण भारत में प्रमुख पर्यावरणीय मुद्दे हैं, जिनका समाधान खोजना वर्तमान परिस्थितियों में बेहद ज़रूरी हो गया है। क्या होता है इस रिपोर्ट में? पहली बार यह रिपोर्ट 2014 में प्रकाशित की गई थी।...

तुलसी

तुलसी जी , पौधा नहीं जीवन का अंग है 1. तुलसी जी को नाखूनों से कभी नहीं तोडना चाहिए,। 2.सांयकाल के बाद तुलसी जी को स्पर्श भी नहीं करना चाहिए । 3. रविवार को तुलसी पत्र नहीं तोड़ने चाहिए । 4. जो स्त्री तुलसी जी की पूजा करती है। उनका सौभाग्य अखण्ड रहता है । उनके घर सुख शांति व समृद्धि का वास रहता है घर का आबोहवा हमेशा ठीक रहता है। 5. द्वादशी के दिन तुलसी को नहीं तोडना चाहिए । 6. सांयकाल के बाद तुलसी जी लीला करने जाती है। 7. तुलसी जी वृक्ष नहीं है! साक्षात् राधा जी का स्वरूप  है । 8. तुलसी के पत्तो को कभी  चबाना नहीं चाहिए। तुलसी के पौधे का महत्व धर्मशास्त्रों में भी बखूबी बताया गया है. तुलसी के पौधे को माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है.। हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे से कई आध्यात्मिक बातें जुड़ी हैं.। शास्त्रीय मान्यता के अनुसार भगवान विष्णु को तुसली अत्यधिक प्रिय है.। तुलसी के पत्तों के बिना भगवान विष्णु की पूजा अधूरी मानी जाती है. । क्योंकि भगवान विष्णु का प्रसाद बिना तुलसी दल के पूर्ण नहीं होता है. । तुलसी की प्रतिदिन का पूजा करना और पौधे में जल अर्पित करना हमारी प्राचीन परंपरा...

श्री गंगू मेहतर बाल्मीकि

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ये हैं श्री गंगू मेहतर बाल्मीकि, जिन्होंने आज़ादी की लड़ाई लड़ी और 200 के लगभग अंग्रेजों को मौत के घाट उतार दिया था तथा उन्हें 18- 9 -1857 को कानपुर में चौराहे पर फाँसी दी गई थी इन वीर क्रांतिकारी योद्धा को शत शत नमन । बताते हैं इनका नाम इतिहास में गुमनाम है और नाही कोई ऊनकी याद मे प्रतिमा। क्युकि आजादी तो चरखे से आई है और महान तो अकबर है। आइए इन महान राष्ट्रभक्त के नाम पर "भारत माता की जय" बोलते हैं।

ओशो द्वारा डर और बीमारी से खतरा के संबंध में

*ओशो* गजब का *ज्ञान* दे गये, *कोरोना* जैसी *जगत बिमारी* के लिए *70* के *दशक* में *हैजा* भी *महामारी* के रूप में पूरे *विश्व* में फैला था, तब *अमेरिका* में किसी ने *ओशो रजनीश जी* से प्रश्न किया -"इस *महामारी* से कैसे  बचे ?" *ओशो* ने विस्तार से जो समझाया वो आज *कोरोना* के सम्बंध में भी बिल्कुल *प्रासंगिक* है।                        *ओशो* "यह *प्रश्न* ही आप *गलत* पूछ रहे हैं, *प्रश्न* ऐसा होना चाहिए था कि *महामारी* के कारण मेरे मन में *मरने का जो डर बैठ गया है* उसके सम्बन्ध में कुछ कहिए! इस *डर* से कैसे बचा जाए...? क्योंकि *वायरस* से *बचना* तो बहुत ही *आसान* है, लेकिन जो *डर* आपके और *दुनिया* के *अधिकतर लोगों* के *भीतर* बैठ गया है, उससे *बचना* बहुत ही *मुश्किल* है। अब इस *महामारी* से कम लोग, इसके *डर* के कारण लोग ज्यादा *मरेंगे*.......। *’डर’* से ज्यादा खतरनाक इस *दुनिया* में कोई भी *वायरस* नहीं है। इस *डर* को समझिये,  अन्यथा *मौत* से पहले ही आप एक *जिंदा* लाश बन जाएँगे। यह जो *भयावह माहौल* आप अभी देख रहे हैं, इसका *वाय...

DRDO (Defence Research and Development Organisation)

🌹🌹🌹 *खुशखबरी* 🌹🌹🌹 सभी जन साधारण को सूचित किया जाता है कि *कोरोना* के खिलाफ लड़ाई में भारत की नई *Oral* दवा *D-2Dg* पाउच के रूप में आज दिनाँक *17.05.2021* प्रातः *11.00 बजे* भारत सरकार के *रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह जी* द्वारा *कोविड रोगियों* के लिए जारी किया जा रहा है। कोविड के इलाज के लिए यह *ओरल दवा* संसार की पहली दवाई है। इसकी खोज *DRDO (Defence Research and Development Organisation)*  के *INMAS (Institute of Nuclear Medicine & Allied Sciences)* के वैज्ञानिकों द्वारा तैयार की गई है। इसका निर्माण प्रसिद्ध भारतीय दावा निर्माता कंपनी *Dr. Reddy Laboratries हैदराबाद* द्वारा किया जा रहा है।  आज इस दवाई के *10000 पाउच* जारी किए जा रहे हैं। जून 2021 से *इस दवाई के 1 लाख पाउच प्रति सप्ताह उपलब्ध करवा दिए जाएंगे।* दवा की विशेषताएं:- 1. *इस दवा को पानी में घोलकर सुबह शाम लिया जा सकेगा।* 2. *इस दवा का कोई साइड इफेक्ट नहीं होगा।* 3. *इस दवा को लेने के बाद रोगी की ऑक्सिजन पर निर्भरता दूर हो जाएगी।* 4. *इस दवा को लेते ही वायरस इसे ग्लूकोज़ समझकर खाना आरंभ कर देगा और इसकी बढ़ोतर...

सेवा कार्य

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जो भी व्यक्ति मगरमच्छों से बचकर सुरक्षित बाहर निकल जाएगा ,उसे 10 करोड रुपए इनाम के तौर पर दिया जाएगा और अगर उस आदमी को मगरमच्छ ने खा लिया तो उसके परिवार को 5 करोड रुपया दिया जाएगा !

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दुबई के एक नामी होटल कंपनी के मालिक ने अपने सभी ग्राहकों के सामने एक विचित्र शर्त रखी कि मगरमच्छों से भरे झील में जो भी व्यक्ति मगरमच्छों से बचकर सुरक्षित बाहर निकल जाएगा ,उसे 10 करोड रुपए इनाम के तौर पर दिया जाएगा और अगर उस आदमी को मगरमच्छ ने खा लिया तो उसके परिवार को 5 करोड रुपया दिया जाएगा ! यह सुनकर वहाँ उपस्थित सभी लोग भयभीत हो गए ।   किसी में इतनी हिम्मत नहीं थी कि वे झील में कूद सके औऱ मगरमच्छ से बचकर पुनः बाहर निकल सकें ।कुछ देर के लिए बिल्कुल सन्नाटा पसर गया। तभी एक बहुत जोरदार आवाज आती है...........छपाक वहां उपस्थित लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया, चारो तरफ से सिर्फ और सिर्फ़ चिल्लाने की तेज आवाज...यह क्या...किसी आदमी ने झील में छलांग लगा दी थी ! लोगों की सांसे थम गई , बिलकुल खामोशी और सभी लोग उस आदमी की तरफ एकटक देखने लगे ! सबकी सांसे अटकी हुई थी कि अब क्या होगा।सबकी आँखे फटी की फटी...धड़कन तेज़...बहुत तेज..धक धक धक धक वह आदमी पूरी तरह से झील में जीवन औऱ मृत्यु के बीच जद्दोजहद कर रहा था !तभी अचानक बिजली की फुर्ती से वह पानी को चीर कर आगे बढ़ने लगा। खूब तेज किनारों की ओ...

अनिल माधव दवे पुण्यतिथि (१८ मई) — नर्मदा समग्र संकल्प दिवस २०२१आग्रह -

अनिल माधव दवे पुण्यतिथि (१८ मई) — नर्मदा समग्र संकल्प दिवस २०२१ आग्रह - सभी नर्मदा सेवकों, नदी अनुरागियों, श्रद्धेय अनिल माधव दवे जी के प्रियजनों से विनम्र निवेदन है की — - एक घर एक पौधा अभियान से जुड़ें। संकल्प लेने हेतु निम्न लिंक का उपयोग करें - https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSeWVMB140ethsXY2Lvp6kEcKemhyykz70tota9JkK1sDub-DA/viewform - वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए ही कोई गतिविधि करें, विशेषकर व्यक्तिगत स्तर पर पर्यावरण/जल संरक्षण हेतु प्रयास करें; - किसी भी प्रकार से बड़े समूह/भिड़ एकत्रित न हो, इसकी चिंता करें; - अपने स्वास्थ्य का एवं स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें; - अति उत्साह में आकर किसी प्रकार की असावधानी व लापरवाही न करें; - मास्क का उपयोग करें, निश्चित दूरी बनाए रखें; - स्वयं भी वैक्सीन लें और अन्य लोगों को भी वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करें; - सरकार द्वारा महामारी संबंधित जो सावधानियाँ/दिशा-निर्देश जारी किए हैं, उनका पालन करें।

Positivity Unlimited Day 3जगतगुरु शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती जी -

Positivity Unlimited Day 3 जगतगुरु शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती जी - आज विश्व में महामारी के वजह से बहुत गहरा संकट उत्पन्न हुआ है इसके पहले भी जो संकट था उससे हमें विमोचन मिला अब दोबारा से संकट शुरू हुआ है तो इस संकट से भी विमोचन होना चाहिए। 1. हनुमान जी के वचन- दुख होता है, संकट होता है, फिर भी जो अपना मनोबल है हमें वह छोड़ना नहीं है। 2. प्रयास तो करना है क्योंकि जो प्रयास करने वाला व्यक्ति है, जो विश्वास के साथ मेहनत करेंगे उनको फल अवश्य मिलेगा। 3. इस संकट से उबरने के लिए दो प्रकार के प्रयास करें जो कि बहुत आवश्यकता हैं- १. प्रार्थना करें- मंत्रों के द्वारा, स्तुति के द्वारा, हनुमान चालीसा के द्वारा, अपने सदाचार नियम पालन के द्वारा। २. आयुर्वेद एवं जो नई पाश्चात्य चिकित्सा पद्धति है उसका उपयोग करें और उसके द्वारा स्वस्थ रहें। इसके अतिरिक्त हमें आत्मविश्वास एवं धैर्य का साथ अपने साथ रखना चाहिए क्योंकि इसका भी अपने आप में एक महत्वपूर्ण स्थान है- जब रामचंद्र जी ने युद्ध किया और रावण को पराजय किया, विजय प्राप्त की इस बीच में सीता जी का भी आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए जरूरत पड़ी क्योंकि वह ए...

शंख और ऑक्सीजन

🐚 *।। शंख और ऑक्सीजन ।।*🤷🏻‍♂️ 🏵️ शंख बजाने के हैं अद्भुत फायदे 👇🏼     भारतीय परिवारों में और मंदिरो में सुबह और शाम शंख बजाने का प्रचलन है। अगर हम रोजाना शंख बजाते है, तो इससे हमें काफी लाभ हो सकता है। 💢 रोजाना शंख बजाने से  *गुदाशय की मांसपेशियां* मजबूत बनती हैं। शंख बजाना *मूत्रमार्ग, मूत्राशय, निचले पेट, डायाफ्राम, छाती और गर्दन की मांसपेशियों* के लिए काफी बेहतर साबित होता है। शंख बजाने से इन अंगों का व्यायाम हो जाता है। 💢शंख बजाने से *श्वांस लेने की क्षमता* में सुधार होता है। इससे हमारी *थायरॉयड ग्रंथियों और स्वरयंत्र* का व्यायाम होता है और बोलने से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्याओं को ठीक करने में मदद मिलती है। 💢 शंख बजाने से *झुर्रियों* की परेशानी भी कम हो सकती है। जब हम शंख बजाते हैं, तो हमारे चेहरे की मांसपेशियां में खिंचाव आता है, जिससे झुर्रियां घटती हैं। 💢 शंख में 💯% कैल्शियम होता है। रात को शंख में पानी भरकर रखें और सुबह उसे अपनी त्वचा पर मालिश करें। इससे त्वचा संबंधी रोग दूर हो जाएंगे। 💢शंख बजने से *तनाव* भी दूर हो जाते है, जो लोग ज्यादा तनाव में...

इस नं में मेडिकल कॉलेज जबलपुर में बेड की जानकारी मिल जाएगी।बेड खाली है या नहीं

इस नं में मेडिकल कॉलेज जबलपुर में बेड की जानकारी मिल जाएगी। बेड खाली है या नहीं +917612673646 +917612637513

अक्षय तृतीया* (आखा तीज)_, [वैशाख ]

_*अक्षय तृतीया* (आखा तीज)_, [वैशाख ] उसका महत्व क्यों है और जानिए इस  दिन कि कुछ महत्वपुर्ण जानकारियाँ: 🕉 ब्रह्माजी के पुत्र *अक्षय कुमार* का अवतरण। 🕉 *माँ अन्नपूर्णा* का जन्म। 🕉 *चिरंजीवी महर्षी परशुराम* का जन्म हुआ था इसीलिए आज *परशुराम जन्मोत्सव* भी हैं। 🕉 *कुबेर* को खजाना मिला था। 🕉 *माँ गंगा* का धरती अवतरण हुआ था। 🕉 सूर्य भगवान ने पांडवों को *अक्षय पात्र* दिया। 🕉 महाभारत का *युद्ध समाप्त* हुआ था। 🕉 वेदव्यास जी ने *महाकाव्य महाभारत की रचना* गणेश जी के साथ शुरू किया था। 🕉 प्रथम तीर्थंकर *आदिनाथ ऋषभदेवजी भगवान* के 13 महीने का कठीन उपवास का *पारणा इक्षु (गन्ने) के रस से किया* था। 🕉 प्रसिद्ध तीर्थ स्थल *श्री बद्री नारायण धाम* का कपाट खोले जाते है। 🕉 बृंदावन के बाँके बिहारी मंदिर में *श्री कृष्ण चरण के दर्शन* होते है। 🕉 जगन्नाथ भगवान के सभी *रथों को बनाना प्रारम्भ* किया जाता है। 🕉 आदि शंकराचार्य ने *कनकधारा स्तोत्र* की रचना की थी। 🕉 *अक्षय* का मतलब है जिसका कभी क्षय (नाश) न हो!!! 🕉 *अक्षय तृतीया अपने आप में स्वयं सिद्ध मुहूर्त है कोई भी शुभ कार्य का प्रारम्भ किया जा स...

डाॅ.किंजल जैन , खण्डवा की ओर से आप सभी के लिए:---

*डाॅ.किंजल जैन , खण्डवा   की ओर से आप सभी के लिए:--- *कोरोना के लिए घर पर आवश्यक चिकित्सा किट:--* 1. पारासिटामोल 2. बेटाडीन गार्गल माउथवॉश के लिए  3. विटामिन सी और डी  4. बी कॉम्प्लेक्स 5. भाप लेने के लिए कैप्सूल 6. पल्स ऑक्सीमेटर  7. ऑक्सीजन सिलेंडर (केवल आपातकाल के लिए) 8. गहरी साँस लेने के व्यायाम करे *👉कोरोना के तीन चरण:-* 1. *केवल नाक में कोरोना* -  रिकवरी का समय आधा दिन होता है,  इसमें आमतौर पर बुखार नहीं होता है और  इसे *असिम्टोमाटिक कहते है |*  इसमें क्या करे :-  स्टीम इन्हेलिंग करे व विटामिन सी लें |  2. *गले में खराश* -  रिकवरी का समय 1 दिन होता है  इसमें क्या करे : - गर्म पानी का गरारा करें, पीने में गर्म पानी लें,  अगर बुखार हो तो पारासिटामोल लें |  अगर गंभीर हो तो विटामिन सी, बी. कम्पलेक्स और एंटीबायोटिक लें |  3. *फेफड़े में खांसी* -  4 से 5 दिन में खांसी और सांस फूलना।  इसमें क्या करें :  गर्म पानी का गरारा करें, पीने में गर्म पानी लें,  विटामिन सी, बी कॉम्प्लेक्स, पारासिट...

#SuperNaari #Salute

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#SuperNaari #Salute ये हैं योगिता रघुवंशी। 2 बच्चों की माँ है। बच्चों का अच्छे से पालनपोषण हो सके इसलिए ट्रक चलाती हैं। भोपाल से देश के हर कोने में ट्रक चलाकर गई हैं। खुद सब कुछ अकेले सम्हालने वाली योगिता ने सहानुभूति की जगह संघर्ष को चुना। ऐसे साहसिक, कर्मठ और शक्तिस्वरूपा योगिता को तहे दिल से सलाम। 🙏🏻🙏🏻

*एक प्रेरणा देने वाली कहानी*

*एक प्रेरणा देने वाली कहानी*        एक बार एक पक्षी समुंदर में से चोंच से पानी बाहर निकाल रहा था। दूसरे ने पूछा भाई ये क्या कर रहा है। पहला बोला समुंदर ने मेरे बच्चे डूबा दिए है अब तो इसे सूखा कर ही रहूँगा। यह सुन दूसरा बोला भाई तेरे से क्या समुंदर सूखेगा। तू छोटा सा और समुंदर इतना विशाल। तेरा पूरा जीवन लग जायेगा। पहला बोला *देना है तो साथ दे*। सिर्फ़ *सलाह नहीं चाहिए*। यह सुन दूसरा पक्षी भी साथ लग लिया। ऐसे हज़ारों पक्षी आते गए और दूसरे को कहते गए *सलाह नहीं साथ चाहिए*। यह देख भगवान विष्णु के वाहन गरुड़ जी भी इस काम के लिए जाने लगे। भगवान बोले तू कहा जा रहा है तू गया तो मेरा काम रुक जाएगा। तुम पक्षियों से समुंदर सूखना भी नहीं है। गरुड़ बोला *भगवन सलाह नहीं साथ चाहिए*। फिर क्या ऐसा सुन भगवान विष्णु जी भी समुंदर सुखाने आ गये। भगवान जी के आते ही समुंदर डर गया और उस पक्षी के बच्चे लौटा दिए।  *आज इस संकट के समय में भी देश को हमारी सलाह नहीं साथ चाहिए। आज सरकार को कोसने वाले नहीं समाज के साथ खड़े हो कर सेवा करने वाले लोगों की आवश्यकता है। इसलिए सलाह नहीं साथ दें।* ...

निशुल्क भोजन उपलब्ध है

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*निशुल्क भोजन उपलब्ध है*     *मां शीला विला परिवार* श्री राम वार्ड मंडला द्वारा करोना बीमारी से पीड़ित असहाय परिवारों के लिए  शुद्ध सात्विक शाकाहारी भोजन व्यवस्था की गई है आप सभी से सादर अनुरोध है की आपके आसपास जिस भी परिवार को भोजन की आवश्यकता हो तो निम्न नंबरों में सूचित करने का कष्ट करें 1/ लोकमान राम श्रीवास 9039545881 2/कैलाशी श्याम श्रीवास 8319435534 3/सुभाष श्रीवास 9424730802 4/ऋषभ श्रीवास 7049306423 5/अबीर श्रीवास 9144884433 *भोजन हेतु सूचना देने का समय* प्रातः 10:00 बजे तक सांय 5:00 बजे तक *भोजन उपलब्ध कराने का समय* दोपहर 12:00 बजे से एवं रात्रि 8:00 बजे से *भोजन आपके घर पर पहुंचा कर दिया जावेगा* *कार्यक्षेत्र* :-संपूर्ण नगर पालिका क्षेत्र

प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) 330/- रुपये में और 2 - प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) 12/- रूपये में*।

*आवश्यक सूचना* यदि किसी करीबी, रिश्तेदार, या परिचित के परिवार में हाल ही में *कोई मृत्यु हुई हो*। चाहे वह  किसी भी कारण, बीमारी या कोविड -19 से हो गई हो, तो उनसे *बैंक के खाता* का विवरण देखने को कहें। यदि उनके पासबुक की प्रविष्टि में *01 अप्रैल 2019 से 31मार्च 2020 के बीच बैंक ने 12/- या रु 330/- काटा हो तो इसे चिह्नित करें!* और मृतक के परिजनों से कहें कि बैंक में जाकर *दो लाख रुपए के लिए बीमा राशि का दावा प्रस्तुत करें!* आप सभी से विनम्र आग्रह है कि यदि आपके आसपास ऐसी घटना हुई हो तो तुरंत पीड़ित परिवार अथवा उनके परिजनों को अवश्य सूचित करें यह बिमा दावा 90 दिनो के अन्दर करे और हो सके तो इस काम में उनका सहयोग भी कर दें । वर्ष 2015 से भारत सरकार ने ज्यादातर लोगों के बैंकों के हर बचत खाताधारकों को दो सस्ती बीमा योजनाएं प्रदान की थी :-1- *प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना  (PMJJBY) 330/- रुपये में और2 - प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY)  12/- रूपये में*। बैंक वालों ने अधिकांश लोगों ने इस फॉर्म को भरवाया था और इन दोनों बीमा की वार्षिक क़िस्त हमारे बचत खाते से...

बाजीराव_पेशवा

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#बाजीराव_पेशवा जिस व्यक्ति ने अपनी आयु के 20 वे वर्ष में पेशवाई के सूत्र संभाले हो ...40 वर्ष  तक के कार्यकाल में 42 युद्ध लड़े हो और सभी जीते हो यानि जो सदा "अपराजेय" रहा हो ...जिसके एक युद्ध को अमेरिका जैसा राष्ट्र अपने सैनिकों को पाठ्यक्रम के रूप में पढ़ा रहा हो ..ऐसे 'परमवीर' को आप क्या कहेंगे ...? आप उसे नाम नहीं दे पाएंगे ..क्योंकि आपका उससे परिचय ही नहीं ... सन 18 अगस्त सन् 1700 में जन्मे उस महान पराक्रमी पेशवा का नाम है -  " बाजीराव पेशवा " जिनका इतिहास में कोई विस्तृत उल्लेख हमने नहीं पढ़ा .. हम बस इतना जानते हैं कि संजय 'लीला' भंसाली की फिल्म है "बाजीराव-मस्तानी" "अगर मुझे पहुँचने में देर हो गई तो इतिहास लिखेगा कि एक राजपूत ने मदद मांगी और ब्राह्मण भोजन करता रहा " ऐसा कहते हुए भोजन की थाली छोड़कर बाजीराव अपनी सेना के साथ राजा छत्रसाल की मदद को बिजली की गति से दौड़ पड़े । धरती के महानतम योद्धाओं में से एक , अद्वितीय , अपराजेय और अनुपम योद्धा थे बाजीराव बल्लाल । छत्रपति शिवाजी महाराज का हिन्दवी स्वराज का सपना जिसे पूरा कर दिखाया...