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जनवरी, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

वियतनाम विश्व का एक छोटा सा देश है जिसने अमेरिका जैसे बड़े बलशाली देश को झुका दिया।

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वियतनाम विश्व का एक छोटा सा देश है जिसने अमेरिका जैसे बड़े बलशाली देश को झुका दिया।  लगभग बीस वर्षों तक चले युद्ध में अमेरिका पराजित हुआ। अमेरिका पर विजय के बाद वियतनाम के राष्ट्राध्यक्ष से एक पत्रकार ने एक सवाल पूछा..... जाहिर सी बात है कि सवाल यही होगा कि आप युद्ध कैसे जीते या अमेरिका को कैसे झुका दिया ?? पर उस प्रश्न का दिए गए उत्तर को सुनकर आप हैरान रह जायेंगे और आपका सीना भी गर्व से भर जायेगा। दिया गया उत्तर पढ़िये। सभी देशों में सबसे शक्ति शाली देश अमेरिका को हराने के लिए मैंने एक महान व् श्रेष्ठ भारतीय नेता  का चरित्र पढ़ा। और उस जीवनी से मिली प्रेरणा का प्रयोग कर हमने सरलता से विजय प्राप्त की।  आगे पत्रकार ने पूछा, "कौन थे वो महान नेता  ?" मित्रों जब मैंने पढ़ा तब से जैसे मेरा सीना गर्व से चौड़ा हो गया, आपका भी सीना गर्व से भर जायेगा। वियतनाम के राष्ट्राध्यक्ष ने खड़े होकर जवाब दिया..., "वो थे भारत के महान नेता भीमराव आंबेडकर !! जिन्होंने अगड़ों की दबंगई के खिलाफ संघर्ष किया " बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर  का नाम लेते समय उनकी आँखों में एक वीरता भरी चमक थी। ...

शहडोल। शहर के घरौला मोहल्ला में 100 साल पहले भगवान

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शहडोल। शहर के घरौला मोहल्ला में 100 साल पहले भगवान हनुमान जमीन में मिले थे। गदा और पर्वत के साथ आज भी भगवान हनुमान का आकार दिखाई देता है। एक पेड़ के नीचे से शुरू भगवान हनुमान का मंदिर अब भव्य रूप ले लिया है। जहां शहडोल की नहीं, आसपास के क्षेत्रों से भी हनुमान भक्त दर्शन के लिए पहुंचते हैं। मंदिर की पुजारी की मानें तो 100 साल पूर्व पत्थरों के बीच जमीन में भगवान हनुमान का स्वरूप दिखा था। जहां पर भगवान हनुमान के चेहरे के साथ हाथ, गदा और पर्वत लोगों ने देखा था। इसके बाद से आज तक आस्था का केन्द्र बना हुआ है और भक्त मुराद के लिए यहां पहुंचते हैं। मंदिर में भगवान हनुमान को सिर्फ गुड़ चना और लड्डू का भोग लगाया जाता है। शनिवार और मंगलवार को विशेष आरती के साथ भगवान हनुमान की पूजा अर्चना की जाती है। इसके साथ ही सुंदरकाड और रामचरित्र मानस का आयोजन होता है। हनुमान जयंती और कई धार्मिक आयोजनों में यहां दूर दराज से श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। बंजारा परिवार ने देखी आकृति और रख दी नींव मंदिर के पुजारी नीलेन्द्र (नीलू महाराज) ने बताया कि लगभग 100 साल पूर्व बंजारा परिवार शहडोल से गुजर रहा था, तभी ...

उत्तम खेती मध्यम बान, आधम चाकरी करे निदान

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#__अधम_चाकरी_करे_निदान_ हमारे बुजुर्ग बहुत ज्ञानवान, गुणीं और चतुर थे। आज हम जिन परिस्थितियों से गुजर कर आगे बढ़ रहे हैं, इनकी व्याख्या वे पहले ही कर चुके हैं। यदि हम उनके बतलाये रास्तों पर ध्यान नहीं देते तो ये हमारा दोष है।  एक कहावत सभी ने सुनी होगी।  उत्तम खेती मध्यम बान, आधम चाकरी करे निदान। ये कहावत उन लोगों का मार्गदर्शन करने के लिए बनाई गई है जो कि, जीवन यापन के लिए कुछ करने की सोच रहे हैं। इसमें खेती यानि कृषि को सर्वश्रेष्ठ निरूपित किया गया है। यह बात उन लोगों से समझी जा सकती है जो कि इस व्यवसाय से जुड़े हुए हैं और निरंतर प्रगतिशील हैं। दूसरी बात वाणिज्य व्यापार के लिए कही गई है, कि कोई सा भी व्यापार किया जावे, स्वतंत्रता के साथ आत्मनिर्भरता भी कायम रह सकती है। उपरोक्त में से दोनों कार्य न कर पाने की स्थिति में नौकरी-चाकरी के विकल्प पर विचार करने की राय दी गई है।  मैं महामहिम राज्यपाल जी की बात से पूर्णतया सहमत हूँ। नौकर नौकर होता है फिर वह कितना ही बड़ा क्यों न हो। इसके उदाहरण स्वरूप हमने ऐसे बहुत से लोगों को देखा है जो कि, बहुत बड़े बड़े पदों पर नौकरी करते हुए सर्व...

मोहम्मद शरीफ

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🇮🇳🇮🇳25,000 से ज्यादा लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार कर चुके हैं पेशे से साईकल मेकैनिक मो.शरीफ..आज उन्हें #पदमश्री से सम्मानित किया गया है मोदी सरकार द्वारा. मोदी सरकार मुस्लिम विरोधी नही बल्कि गद्दारो के खिलाप है..

22 साल की ये लड़की का नाम नैना मंगलानी हैनैना को एक मुस्लिम लड़का से प्यार हो गया

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22 साल की ये लड़की का नाम नैना मंगलानी है नैना को एक मुस्लिम लड़का से प्यार हो गया और अयाज़ के साथ live in relationship में रहती थी फिर नैना मंगलानी से बदल के रेशमा बन के घर वालो से लड़ाई कर के अयाज़ से शादी कर ली जब मेरे जैसे लड़के नैना मंगलानी को समझाते थे ये सब love जिहाद है शादी मत करना अयाज से वरना ट्रिपल तलाक या हलाला का शिकार होगी या लव जिहाद का तब नैना सबको कहती थी मैं धर्म को नही मानती ,सबसे बड़ा धर्म इंसानियत प्यार का है ,love जिहाद ऐसा कुछ नही होता है ,नैना को भी प्यार का भूत चढ़ा था जब कोई भी हिन्दूवादी लड़का नैना को समझाता तो नैना एक ही जवाब देती मेरा Ayaj बाकियों जैसा नही है बहुत प्यारा है,धर्म सभी अच्छा होता है प्यार करने वालो का कोई धर्म नही होता  मेरे अयाज दुनिया के सबसे अच्छे है ,तब खुशी हिंदूवादी लड़के ,आरएसएस ,बजरंग दल के लड़कों को गुंडा कहती थी लेकिन प्यार में नैना मंगलानी बनी ‘रेशमा', लेकिन फिर भी सच्चे ईमानवाले की कट्टरता को शांति ना मिली। तो फिर क्या? गला घोंट के जान से मार दिया। लव जेहाद जिसको मजाक लगता हो वो Facebook में Naina Manglani के Post पढ़े कितना प्यार में अंध...

तस्लीमा नसरीन

तस्लीमा नसरीन को सत्य घटनाओं पर आधारित जिस 'लज्जा' उपन्यास के कारण अपने वतन से निर्वासित होना पड़ा, उसका यह अंश जरूर पढ़ें, और फिर CAA पर अपनी राय तय करें... बेटियों के बलात्कारियों से जब माँ ने कहा "अब्दुल अली, एक-एक करके करो,,, नहीं तो वो मर जाएंगी "। यह सच्ची घटना घटित हुई थी 8 अक्टूबर 2001 को बांग्लादेश में। अनिल चंद्र और उनका परिवार 2 बेटियों 14 वर्षीय पूर्णिमा व 6 वर्षीय छोटी बेटी के साथ बांग्लादेश के सिराजगंज में रहता था। उनके पास जीने, खाने और रहने के लिए पर्याप्त जमीन थी। बस एक गलती उनसे हो गयी, और ये गलती थी कि एक हिंदू होकर 14 साल व 6 साल की बेटी के साथ बांग्लादेश में रहना। एक क़ाफिर के पास इतनी जमीन कैसे रह सकती है..? यही सवाल था बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिद ज़िया के पार्टी से सम्बंधित कुछ उन्मादी लोगों का। 8 अक्टूबर के दिन.. अब्दुल अली, अल्ताफ हुसैन, हुसैन अली, अब्दुर रउफ, यासीन अली, लिटन शेख और 5 अन्य लोगों ने अनिल चंद्र के घर पर धावा बोल दिया, अनिल चंद्र को मारकर डंडो से बाँध दिया, और उनको काफ़िर कहकर गालियां देने लगे। इसके बाद ये शैतान माँ के स...

श्री रतन टाटा,जो फिल्म होटल मुंबई में नहीं दिखाया गया !

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श्री रतन टाटा,जो फिल्म होटल मुंबई में नहीं दिखाया गया ! परसो रिलीज हुई फिल्म 'होटल मुंबई' में ताज होटल के कर्मचारियों, प्रबंधकों, पुलिस और सुरक्षा बल की भूमिका पर तो काफी कुछ दिखाया गया, लेकिन रतन टाटा का कही भी जिक्र नहीं है ! हमले के बाद ताज समूह के प्रमुख रतन टाटा ने जो फैसले लिए,वे भारतीय कार्पोरेट जगत में ही नहीं, दुनियाभर में एक मिसाल हैं ! शायद इसीलिए टाटा समूह को इतने सम्मान से देखा जाता है ! हमले के दिन ताज होटल में जितने भी कर्मचारी काम पर थे (चाहे व अस्थायी हो या ठेका मजदूर) रतन टाटा ने सभी को परमानेंट ऑन ड्यूटी माना ! जितने कर्मचारी घायल हुए, उन सभी का पूरा इलाज टाटा ने करवाया और उस अवधि का वेतन भी दिया ! ताज के आसपास जितने भी ठेले वाले थे (और जितने सुरक्षाकर्मी थे ) उन सभी के लिए टाटा समूह ने वही नीति रखी, जो अपने स्टॉफ के लिए थी ! उन सभी का इलाज टाटा ने अपनी ओर से करवाया ! प्रत्येक ठेले वाले को 60-60 हजार रुपये दिए गए ! सभी का इलाज निजी अस्पतालों में करवाया, जितने दिन होटल बंद रहा; सभी को उनके घरों पर वेतन पहुंचाया गया ! हमले में ताज समूह के 80 से ज्यादा कर्मचारी ...

एक डॉक्टर की मानवता -

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एक  डॉक्टर की मानवता -  एक डॉक्टर को जैसे ही एक urgent सर्जरी के बारे में फोन करके बताया गया. वो जितना जल्दी वहाँ आ सकते थे आ गए. वो तुरंत हि कपडे बदल कर ऑपरेशन थिएटर की और बढे. डॉक्टर को वहाँ उस लड़के के पिता दिखाई दिए जिसका इलाज होना था. पिता डॉक्टर को देखते ही भड़क उठे, और चिल्लाने लगे.. "आखिर इतनी देर तक कहाँ थे आप? क्या आपको पता नहीं है की मेरे बच्चे की जिंदगी खतरे में है . क्या आपकी कोई जिम्मेदारी नहीं बनती.. आप का कोई कर्तव्य है या नहीं ? ” डॉक्टर ने हलकी सी मुस्कराहट के साथ कहा- “मुझे माफ़ कीजिये, मैं हॉस्पिटल में नहीं था. मुझे जैसे ही पता लगा, जितनी जल्दी हो सका मैं आ गया.. अब आप शांत हो जाइए, गुस्से से कुछ नहीं होगा” ये सुनकर पिता का गुस्सा और चढ़ गया. भला अपने बेटे की इस नाजुक हालत में वो शांत कैसे रह सकते थे… उन्होंने कहा- “ऐसे समय में दूसरों को संयम रखने का कहना बहुत आसान है. आपको क्या पता की मेरे मन में क्या चल रहा है.. अगर आपका बेटा इस तरह मर रहा होता तो क्या आप इतनी देर करते.. यदि आपका बेटा मर जाए अभ...

REGISTRATION FOR THE FIRST TIME SBI BANK

REGISTRATION FOR THE FIRST TIME If you do not have your mobile number registered with your bank account, then you can do the same either by visiting the home branch or an SBI ATM. Here's how you can register your mobile number by visiting an SBI ATM: 1. Swipe your card and from the menu choose the 'Registration' option. 2. Enter your ATM PIN. 3. Select mobile number registration option. 4. Enter the mobile number you want to register. Select 'correct' option if you have entered correct number. 5. Re-enter your mobile number and select 'correct' option. Once you do this, this message will appear on the ATM screen: "Thank you for registering your mobile number with us". Within three days, you will receive a call from the contact centre. 6. A reference number will be sent to your mobile number via SMS. As per SBI call centre, within three days you will receive a call from the contact centre. For the sake of safety, ask the call c...

प्रधानमंत्री जन धन योजना

प्रधानमंत्री जन धन योजना प्रधानमंत्री जन धन योजना  (संक्षेप में - पीएमजेडीवाई)  भारत में वित्तीय समावेशन  पर राष्‍ट्रीय मिशन है और जिसका उद्देश्‍य देश भर में सभी परिवारों को बैंकिंग सुविधाएं मुहैया कराना और हर परिवार का बैंक खाता खोलना है। [2]  इस योजना की घोषणा 15 अगस्त 2014 को तथा इसका शुभारंभ 28 अगस्त 2014 को  भारतीय प्रधानमंत्री  श्री  नरेंद्र मोदी  ने किया। [3]  इस परियोजना की औपचारिक शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री ने सभी बैंको को इ-मेल भेजा जिसमें उन्होंने 'हर परिवार के लिए बैंक खाता' को एक ‘राष्‍ट्रीय प्राथमिकता’ घोषित किया और सात करोड़ से भी अधिक परिवारों को इस योजना में प्रवेश देने और उनका खाता खोलने के लिए सभी बैंको को कमर कसने को कहा। [2] योजना के उद्घाटन के दिन ही 1.5 करोड़ बैंक खाते खोले गए। [4] लक्ष्य संपादित करें पीएमजेडीवाई के अंतर्गत 6 स्तंभों के अंतर्गत व्यापक वित्तीय समावेशन का लक्ष्य रखा गया है [3] - प्रथम चरण (15 अगस्त 2014 से 14 अगस्त 2015) संपादित करें बैंकिंग सुविधाओं तक सबकी पहुंच सुनिश्चित करना। जिन खातों से आधार कार्ड ...

आयुष्मान भारत योजना या प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना

आयुष्मान भारत योजना भारत सरकार की स्वास्थ बीमा योजना आयुष्मान भारत योजना  या  प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना ,  भारत सरकार  की एक स्वास्थ्य योजना है, जिसे १ अप्रैल, २०१८ को पूरे भारत मे लागू किया गया था। [1]  २०१८ के बजट सत्र में वित्त मंत्री  अरूण जेटली  ने इस योजना की घोषणा की। इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लोगों (बीपीएल धारक) को स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराना है। इसके अन्तर्गत आने वाले प्रत्येक परिवार को 5 लाख तक का कैशरहित स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जायेगा। [2]  १० करोड़ बीपीएल धारक परिवार (लगभग ५० करोड़ लोग) इस योजना का प्रत्यक्ष लाभ उठा सकेगें। इसके अलावा बाकी बची आबादी को भी इस योजना के अन्तर्गत लाने की योजना है। [3] [4] आयुष्मान भारत योजना प्रकार स्वास्थ्य बीमा देश भारत मन्त्रालय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय प्रमुख लोग नरेन्द्र मोदी शुरू अप्रैल 1, 2018 बजट २००० करोड़ वर्तमान स्थिति लागू इस योजना को प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  ने 14 अप्रैल 2018 को  भीमराव अम्बेडकर  की जयन्ती के दिन  छत्तीसगढ़ ...

श्रीकृष्ण अपने पैर का अंगूठा क्यों पीते थे ?

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श्रीकृष्ण अपने पैर का अंगूठा क्यों पीते थे ?   श्रीकृष्ण सच्चिदानन्दघन परब्रह्म परमात्मा हैं । यह सारा संसार उन्हीं की आनन्दमयी लीलाओं का विलास है । श्रीकृष्ण की लीलाओं में हमें उनके ऐश्वर्य के साथ-साथ माधुर्य के भी दर्शन होते हैं । ब्रज की लीलाओं में तो श्रीकृष्ण संसार के साथ बिलकुल बँधे-बँधे से दिखायी पड़ते हैं । उन्हीं लीलाओं में से एक लीला है बालकृष्ण द्वारा अपने पैर का अंगूठे पीने की लीला  ।  श्रीकृष्णावतार की यह बाललीला देखने, सुनने अथवा पढ़ने में तो छोटी-सी तथा सामान्य लगती है किन्तु इसे कोई हृदयंगम कर ले और कृष्ण के रूप में मन लग जाय तो उसका तो बेड़ा पार होकर ही रहेगा क्योंकि ‘नन्हे श्याम की नन्ही लीला, भाव बड़ा गम्भीर रसीला ।’ श्रीकृष्ण की पैर का अंगूठा पीने की लीला का भाव भगवान श्रीकृष्ण के प्रत्येक कार्य को संतों ने लीला माना है जो उन्होंने किसी उद्देश्य से किया । जानते हैं संतों की दृष्टि में क्या है श्रीकृष्ण के पैर का अंगूठा पीने की लीला का भाव ? संतों का मानना है कि बालकृष्ण अपने पैर के अंगूठे को पीने के पहले यह सोचते हैं कि क्यों ब्रह्मा, शिव, देव, ऋषि, मु...

जानिए, परम सिद्ध नौ नाथों को!

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जानिए, परम सिद्ध नौ नाथों को!!!!!!! नाथ शब्द का अर्थ होता है स्वामी। कुछ लोग मानते हैं कि नाग शब्द ही बिगड़कर नाथ हो गया। भारत में नाथ योगियों की परंपरा बहुत ही प्राचीन रही है। नाथ समाज हिन्दू धर्म का एक अभिन्न अंग है। नौ नाथों की परंपरा से 84 नाथ हुए। नौ नाथों के संबंध में विद्वानों में मतभेद हैं।  भगवान शंकर को आदिनाथ और दत्तात्रेय को आदिगुरु माना जाता है। इन्हीं से आगे चलकर नौ नाथ और नौ नाथ से 84 नाथ सिद्धों की परंपरा शुरू हुई। आपने अमरनाथ, केदारनाथ, बद्रीनाथ आदि कई तीर्थस्थलों के नाम सुने होंगे। आपने भोलेनाथ, भैरवनाथ, गोरखनाथ आदि नाम भी सुने ही होंगेगोगादेव, बाबा रामदेव आदि संत भी इसी परंपरा से थे। तिब्बत के सिद्ध भी नाथ परंपरा से ही थे।  सभी नाथ साधुओं का मुख्‍य स्थान हिमालय की गुफाओं में है। नागा बाबा, नाथ बाबा और सभी कमंडल, चिमटा धारण किए हुए जटाधारी बाबा शैव और शाक्त संप्रदाय के अनुयायी हैं, लेकिन गुरु दत्तात्रेय के काल में वैष्णव, शैव और शाक्त संप्रदाओं का समन्वय किया गया था। नाथ संप्रदाय की एक शाखा जैन धर्म में है तो दूसरी शाखा बौद्ध धर्म में भी मिल जाएगी। यदि गौर से...

मानसिक शक्ति

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एक ठंडी रात में, एक अरबपति बाहर एक बूढ़े गरीब आदमी से मिला। उसने उससे पूछा, "क्या तुम्हें बाहर ठंड महसूस नहीं हो रही है, और तुमने कोई कोट भी नहीं पहना है?" बूढ़े ने जवाब दिया, "मेरे पास कोट नहीं है लेकिन मुझे इसकी आदत है।" अरबपति ने जवाब दिया, "मेरे लिए रुको। मैं अभी अपने घर में प्रवेश करूंगा और तुम्हारे लिए एक कोट ले लाऊंगा।" वह बेचारा बहुत खुश हुआ और कहा कि वह उसका इंतजार करेगा। अरबपति अपने घर में घुस गया और वहां व्यस्त हो गया और गरीब आदमी को भूल गया। सुबह उसे उस गरीब बूढ़े व्यक्ति की याद आई और वह उसे खोजने निकला लेकिन ठंड के कारण उसे मृत पाया, लेकिन उसने एक चिट्ठी छोड़ी थी, जिसमे लिखा था कि, "जब मेरे पास कोई गर्म कपड़े नहीं थे, तो मेरे पास ठंड से लड़ने की मानसिक शक्ति थी। लेकिन जब आपने मुझे मेरी मदद करने का वादा किया, तो मैं आपके वादे से जुड़ गया और इसने मेरी मानसिक शक्ति को खत्म कर दिया। " अगर आप अपना वादा नहीं निभा सकते तो कुछ भी वादा न करें। यह आप के लिये जरूरी नहीं भी हो सकता है, लेकिन यह किसी और के लिए सब कुछ हो सकता है। 🙏🙏

भारत_की_35_प्रमुख_नदी_एवं_सहायक_नदियाँ

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#भारत_की_35_प्रमुख_नदी_एवं_सहायक_नदियाँ  ■◆■◆■◆■◆■◆■◆■◆■◆■◆■◆■◆■◆■◆■ भारत की नदियाँ इस देश की प्राचीन सभ्यताओं का एक महत्वपूर्ण अंग है और हमारे देश के लगभग सभी धार्मिक स्थलो को जीवन देने वाली है. नदियों के देश कहे जाने वाले भारत में जहा आज भी नदियों की पूजा की जाती है, आइए जानते है कुछ रोचक तथ्य एवं जानकारी भारत की नदिया और उनके उदगम स्थल के बारे मे! १.गंगा नदी उदगम स्रोत – गंगोत्री हिमनद लंबाई – 2,525 कि.मी मुहाना – सुंदरवन, बंगाल की खाड़ी गंगा नदी भारत की सबसे महत्त्वपूर्ण एवं पवित्र नदी है जिसे माँ तथा देवी के रूप मे भी पूजा जाता है, इस नदी के तट पर कई धार्मिक स्थल है जिनका भारतीय सामाजिक एवं सांस्कृतिक व्यवस्था की दृष्टि से अत्यन्त महत्त्वपूर्ण योगदान है! २.यमुना नदी उदगम स्रोत – यमुनोत्री लंबाई – 1,376 कि.मी मुहाना – त्रिवेणी संगम, इलाहाबाद यमुना नदी, गंगा नदी की सबसे बड़ी सहायक नदी है जो यमुनोत्री नामक जगह से निकलती है और इलाहाबाद में गंगा तथा सरस्वती नदी से मिल जाती है! ३.सरस्वती नदी सरस्वती नदी एक प्राचीन एवं पौराणिक काल की नदी है जिसका विवरण वेदों में भी है, यह भारत की तीस...

रीड मै दवी हुई नर्व से संबंधित रोग

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अगर आप को नीचे दी गयी रीड मै दवी हुई नर्व से संबंधित रोग है और आप इलाज करा करा कर थक गए है तो एक बार स्पाइन मसाज उपचार करा कर आप इन रोगो से मुक्ति पा सकते हैं। सरवाइकल 1: - डंड्रफ़, सिरदर्द, घबराहट, अनिद्रा, बी.पी. सरवाइकल 2: - साइनस परेशानी, बहरापन, कान का दर्द, अंधापन सरवाइकल 3: - मुँहासे, एक्जिमा, न्यूरिटिस, न्यूरलजीआ सरवाइकल 4: - एडोनेइड, एलर्जी, नाक, सर्दी, सरवाइकल 5: - घबराहट, गले की सूजन, 'गले में खराश' सरवाइकल 6: - कठोर गर्दन, टॉन्सिलिटिस, गलिया, हाथों में दर्द सरवाइकल 7: - बर्साइटिस, सर्दी थोरैसिक 1: - हाथों में दर्द और हाथ, खाँसी, अस्थमा थोरासिक 2: - हृदय की समस्याएं, छाती दर्द थोरैसिंक 3: - Pleurisy, न्यूमोनिया, इन्फ्लूएंजा, थोरैसिक 4: - पित्ताशय की समस्याओं, पीलिया थोरैसिक 5: - जिगर की समस्या, एनीमिया, गठिया, लो ,बीपी थोरैसिक 6: - पेट की समस्या, अपच, अपच थोरैसिक 7: - अल्सर, गैस्ट्रिटिस, मधुमेह थोरासिक 8: - पेट की समस्या, हिचकी थोरैसिक 9: - एलर्जी थोरैसिक 10: - धमनियों का कठोर, गुर्दा की समस्या, थकान थोरैसिक 11: - मुँहासे, उबाल, एक्जिमा थोरैसिक 12: - आंत्र, बाँझपन, ग...

अंडमान निकोबार स्थित काला पानी की जेल में वीर सावरकर

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👆यह वही टैग है जो अंडमान निकोबार स्थित काला पानी की जेल में वीर सावरकर के गले में पूरे 10 वर्ष के कारावास के दौरान पड़ा रहा था  वीर सावरकर की आयु कुल 26 वर्ष थी जब उन्हें ब्रिटिश सरकार ने दो आजन्म कारावास की सजा सुनाई थी टैग पर साफ-साफ लिखा है कि उनकी वह दो आजन्म कारावास की सजा 1910 से 1960 तक चलनी थी यानी ब्रिटिश सरकार का इरादा साफ साफ दिखाई दे रहा था कि वह उन्हें काला पानी में यातनाएं दे देकर वहीं पर मौत के आगोश में सुला देना चाहती थी  आज एसी कमरे में बैठकर स्मार्टफोन हाथ में लेकर सावरकर को माफीवीर कहना या उन्हें गद्दार बताना बहुत आसान है  10 वर्षों तक काला पानी में यातनाएं सहने के बाद वह 21 जनवरी 1921 को भारत में रत्नागिरी में लाकर नजर बंद कर दिए गए रत्नागिरी में नजरबंदी के दौरान ही उन्होंने “हिंदुत्व" “हिंदू पद पादशाही" “उषा:प" “उत्तर क्रिया" “सन्यस्त खड़ग" आदि ग्रंथों की रचना की। उन्होंने 40 से अधिक ग्रंथ लिखे है भारत मे उनके जैसे बहुत कम मौलिक लेखक हुए हैं अगर वह काला पानी में ही अपने प्राण त्याग देते तो सुभाष चंद्र बोस को आजाद हिंद सेना बनाने की प्रेरणा ...

दीवान टोडर मल

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ये  दिवान #टोडर_मल_जी की हवेली है जिन्होंने 78,000 मोहरें बिछाकर गुरुगोविंद सिंह जी के साहबजादों और माता गुजरी देवी जी के संस्कार के लिए 4 गज जगह खरीदी थी..  मुगल के क्रूर राजा ने मां गुजरी और बच्चों के संस्कार के लिए जमीन देने से मना कर दिया था तब टोडरमल जी सामने आए उन्होंने मुगल क्रूर राजा को कहा राजा ने जमीन की कीमत भागी थी सोने की मोहरों से जितनी जमीन नापी जा सके उस समय टोडरमल ने अंतिम संस्कार के लिए सोने की मोहरे बिठाकर संस्कार हो सके इतनी जमीन है खरीदकर संस्कार किया  इतने क्रूर अत्याचार करके जो इस्लाम पनपा उसमें मानवता किस कोने में ढूंड रहे हो और आज ये आलम है कि खुद दिवान टोडरमल जी की हवेली को देखने वाला कोई नही........ इस हवेली को संगमरमर के पत्थर से दुबारा बनवाना चाहिए, ताकि उनकी चेतना उनकी स्मृतियों को सदैव याद रखा जाए  सरहिंद पंजाब मैं यह हवेली है